Apne Dushman Se Bachne Ki Dua
Apne Dushman Se Bachne Ki Dua, “दोस्तो आपने एक कहावत तो जरूर सुनी होगी। दोस्ती जब किसी से की जाए, तब दुश्मन की भी राय जरूर ली जाए। आज कल लोग अपने दुखो से परेशान नहीं हैं। बाल्की अपनों को सुखी देखकर ज्यादा परेशान है। आपका दुश्मन एक हो या सौ। आपकी हस्ती खेलती जिंदगी को बर्बाद करने के लिए 1 ही दुश्मन काफी है। अब आपको परेशान होने की जरुरत नहीं है। क्योकि पवित्र कुरान में Apne Dushman Se Bachne Ki Dua दी हुई है। जिसे पढ़कर आप आसानी से दुश्मन से बच सकते है।
अक्सर देखा जाता है, जब दुश्मन की तलाश की जाती है, तो सबसे करीब अपना ही निकलता है। आज का समय में कोई किसी को देखकर खुश नहीं है। अगर आपके पास अच्छा पैसा है, खुद का बड़ा घर है, अच्छा करोबार चल रहा है, तो आपके रिश्तेदार ही आपको देख-देख कर जलते रहते हैं। लेकिन वो आपके मुँह पर कुछ नहीं बोल पाते हैं।
दुश्मन अपनी जलन मिटाने के लिए वो आपके ऊपर काला इल्म, काला जादू, तावीज़ात और जिन्न जिन्नात छोड़ देता हैं। ताकि आप जल्दी से बर्बाद हो जाओ और सड़क पर भीख मांगने लग जाओ।
लेकिन आप पैसे के नशे में चूर रहते हैं। आपको कुछ पता ही नहीं चलता है, की आपके कितने दुश्मन बन गए हैं। जब आपको पता चलता है, तो बहुत देर हो चुकी होती है। देखते ही देखते आपकी आंख के सामने आपके सपनों का महल ढ़हकर गिर जाता है। ऐसे हालात आने से पहले ही आप Apne Dushman Se Bachne Ki Dua पढ़ सकते हैं। और अपने ऊपर आने वाली परेशानी से निजात पा सकते हैं।
Apne Dushman Se Bachne Ki Dua
आज कल पता ही नहीं चलता, कि कब और कौन आस्तीन का सांप बन जाए। क्या आपका दुश्मन आपको ब्लैक मेल करता है? क्या रोज़ आपके घर आकर आपको परेशान करता है? आपको मोहल्ले वाले के सामने बेइज्जती करता है। अपने-अपने दुश्मन से बचने के लिए घर बैठे कर ही अल्लाह से दुआ कर रहे हैं, तो दोस्तो इससे काम नहीं चलने वाला है।
कहते हैं, कि जिस तरह से प्यार किया नहीं जाता प्यार हो जाता है। वैसे ही दुश्मन की नहीं जाती, बल्कि दुश्मन गलतफहमियों की वजह से हो जाती है। अक्सर देखा जाता है, कि कल तक जो दोस्त एक दूसरे के लिए जान न्योछावर करता था। लेकिन अचानक ऐसा क्या हो जाता है, की वो एक दूसरे के कट्टर दुश्मन बन जाते है।
अक्सर भोले भले ही लोग हाय दुश्मन के जाल में आसानी से फंस जाते हैं। लेकिन दुश्मन के बिछाये जाल से बाहर भी कुरान पाक की मदद से निकला जा सकता है। आज मैं आपको Apne Dushman Se Bachne Ki Dua ऐसी तैयारी करवाऊंगा। जिसे एक बार भी कर लिया जाए तो दुश्मन आपके पास भी नहीं आएगा।
- इस दुआ को लगातार 3 दिन तक पढ़ना है, 3 दिन के बीच कोई गैप नहीं होना चाहिए।
- आपको दोपहर के ठीक 1 बजे कमरे में जाना है, कमरे के सभी खिडकिया दरवाज़े बंद कर देने है।
- पूर्व दिशा की ओर मुंह करके जमीन पर बैठ जाना है।
- सबसे पहले अपने दुश्मन का फोटो अपने सामने ज़मीन पर रखना है, और उस फोटो के ऊपर 7 नीम के पत्ते रखने है।
- और आखिर में आपको इस मंत्र को 301 बार पढ़ना है- या जब्बारु या क़हहारु या मुन्तक़ीमु या क़वियु
दोस्तों इस दुआ को आप तब ही पढ़े, जब आपका दुश्मन आपको हद से ज्यादा परेशान कर रहा हो। दुआ को पढ़ने से आपकी दुश्मन से जान छूट जायेगी। और आपका दुश्मन आपको जिंदगी में कभी परेशान नहीं करेगा।
Dushman Se Nijat Pane Ka Amal
हर कोई चाहता है, कि वो चैन और सुकून की जिंदगी जिए। उसके परिवार में खुशियां बनी रहीं। चारो तरह हंसी खुशी का माहौल बना रहे। लेकिन आपका दुश्मन ये सब नहीं चाहता है। वो अपनी आँखों से आपको बर्बाद होते हुए देखना चाहते हैं।
इसके लिए वो किसी तांत्रिक, मोलवी, बाबा की मदद से आपको बर्बाद करने की सोचते है। और होता भी ठीक ऐसा ही है। थोड़े से पैसे के लालच में मोलवी या तांत्रिक आपके ऊपर बंदिश लगा देते हैं। जिसकी वजह से आपका कारोबार थप हो जाता है, आपका शरीर कई तरह की बिमारियों से ढक जाता है। घर में दिन रात कलेश और झगड़ा होने लगता है।
कुछ लोग खुद ही अपने Dushman Se Nijat Pane Ka Amal इंटरनेट या किताब से देखकर करने लगते हैं। लेकिन इसका थोड़ा सा भी असर दुश्मन पर देखने को नहीं मिल पाता है। लेकिन आज इस ताक़तवर अमल के जरिए आपको दुश्मन से छुटकारा मिल जायेगा।
आप भी खुद को दुश्मन से बचाने के लिए अल्लाह से दुआ करते हैं। लेकिन दुआ का असर कई दिनों के बाद दिखाई देता है। अगर आप अपने दुश्मन से जल्दी रिहाई पाना चाहते हैं तो आपको Dushman Se Nijat Pane Ka Amal जरूर करना चाहिए। क्योंकि इसका असर कुछ ही घंटों में होना शुरू हो जाता है।
- ये अमल बहुत ही आसान है। और आपको सिर्फ एक ही दिन करना है।
- इसमे आपको सिर्फ बायां हाथ अपने सर पर रखकर 41 बार इस मंत्र को पढ़े।
- मंत्र– या हफीजू या हफीजू या रकीबो या वाकेलो
- मंत्र खत्म करने के बाद अपने दोनों हाथों को गुलाब जल से धो लेने है।
अमल की बरकत से अल्लाह तल्लाह जादू, जिन्नात, असरात और बंदिशों से आपकी हिफाजत फरमायेगे। और दुश्मन फिर से आपके ऊपर कोई जादू टोना या कोई इल्म करेगा, तो वो इल्म उसके ऊपर उल्टा ही गिर जाएगा। आपके दुश्मन को अपने किये की सजा मिल जायेगी।
Dushman Se Hifazat Ki Dua
हर शख्स चाहता है, कि जिंदगी में सौ गम आ जाए। लेकिन उसका कोई दुश्मन ना बने। आपका दुश्मन कितना भी शातिर क्यों ना हो। लेकिन वो अल्लाह की नज़रों से कभी बच नहीं सकता। वो चोरी चुपके आपके ऊपर इल्म तो जरूर करता रहता है। लेकिन उसको ये बात नहीं पाता होती की है, कि अल्लाह की लाठी जब उस पर पड़ेगी, तो उसका क्या हाल होने वाला है।
पहले के समय में दुश्मनी हमेशा घर से बाहर ही होती थी। लेकिन आज के समय में भाई अपने सगे भाई का दुश्मन बन गया है। सास अपनी बहू की, पिता अपने बेटे का। ऐसे दुश्मनों के वार से बच पाना मुश्किल हो जाता है। दोस्तों घर से बाहर कितने भी दुश्मन क्यों ना हो, उनसे आसानी से निपटा जा सकता है। लेकिन बात तब बिगड़ जाती है, जब अपने ही दुश्मनी पर उतर जाते है।
आज मैं आपको Dushman Se Hifazat Ki Dua जो बताने जा रहा हूं। ये एक ऐसी दुआ है, जो आपके सुरक्षा कवच के रूप में साबित होगी। इस दुआ के असर से दुश्मन आपके काबू में हो जाएंगे। दुश्मन आपके इशारों पर काम करने लग जाएगा।
- इस दुआ को आप सप्ताह के किसी भी दिन पढ़ सकते है।
- आपको सुबह 4 बजे जल्दी उठ जाना है. और बिना नहाये ही ज़मीन पर बैठ जाना है।
- सबसे पहले अच्छे से अपने दुश्मन का नाम और चहेरा याद करना है।
- उसके बाद दोनों आँखे बंद करके इस मंत्र को 501 बार बोलना है मंत्र गिनने के लिए आप तस्बी या माला का भी इस्तेमाल कर सकते है।
- मंत्र- या शैख़ अब्दुल क़ादिर जीलान शै – अन – लिल्लाह
- आखिर में आपको खड़े होना है, और सीधे बाथरूम में जाकर नहाना है। बस दोस्तों आपका अमल पूरा हो जायेगा।
इस मंत्र में इतनी ज्यादा ताकत है, कि आपका दुश्मन आपसे जान बचाकर भागेगा। अगर गलती से भी आप दुश्मन के सामने आ गए तो वो इधर उधर आपसे छुपने की कोशिश करेगा। दुश्मन के दिल में आपके नाम का खौफ पैदा हो जायेगा। इस दुआ के असर से आप दुश्मन से बचे रहेंगे, इसके साथ ही आपका पूरा परिवार हर बीमारियों से दूर रहेगा।
Dushman Ko Barbad Karne Ki Dua
दुश्मनी चाहे छोटी हो या बड़ी दुश्मनी तो दुश्मनी होती है। पहले के समय में लोग ज़मीन जायदाद के लिए लड़ाई झगड़े करते थे। लेकिन आज लोग एक दूसरे को आगे बढ़ता देखकर ही दुश्मनी मोल ले लेते हैं। अगर आप अपने जीवन में तरक्की कर रहे हैं, तो आप ये समझ कर चलो कि आगे आपके बहुत सारे दुश्मन तैयार बैठे होंगे। दुश्मन के वार से बचने के लिए आपको ये अमल करना बहुत जरूरी है।
हर कोई दुश्मन से दूरी चाहता है। कोई नैक और ईमान वाला व्यक्ति कभी किसी का बुरा नहीं चाहेगा। और न ही उसके बारे में कभी बुरा करने का सोचेगा। लेकिन जब आप दुश्मन के जुल्म सहते सहते थक जाते हैं, तब ही आपको ये Dushman Ko Barbad Karne Ki Dua पढ़नी जरुरी हो जाती है।
दोस्तों आपके दुश्मन को तब मज़ा आता है, जब वो आपको बर्बाद होता देखता है। अगर कोई दुश्मन आपको काफी सालो से सता रहा हो। आपको लगता है, की अब जुल्म की हद पार हो गई है। तब आप Apne Dushman Se Bachne Ki Dua कर सकते हैं। और अपने दुश्मन से हमेशा के लिए मुक्ति पा सकते हैं।
- इस दुआ को घर में सबसे बड़ी उम्र का व्यक्ति पढ़े तो जल्दी असर देखने को मिलेगा।
- शाम को मगरिब की नमाज़ अदा करने के बाद इस अमल को करना है।
- अपने घर के बीचो बीच यानी घर के सेंटर में खड़े होकर इस नाम को 111 मार्तबा पढना है।
- या अज़ीज़ू या हमीदु
- शुरू और आखिर में आप कोई भी दुरूद ए पाक पढ़ सकते हैं।
इस शक्तिशाली दुआ के असर से आपके दुश्मन की कमर टूट जाएगी, और आपका दुश्मन तबाह और बर्बाद हो जाएगा। इस अमल को आप सिर्फ जैज़ मकसद के लिए ही करें। बिना किसी बात के किसी को परेशान न करें।
कुछ लोग रहम दिल होते हैं, उनके ऊपर जो गुज़री है। वो किसी को अपना जैसा दर्द नहीं देना चाहते हैं। किसी को बर्बाद करने में आपके पैसे तो जरूर लगेंगे। वही पैसा अगर आप किसी गरीब को दे देंगे, तो आपके ऊपर अल्लाह की रहमत बरसेगी।